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Digital Marketing Vs Traditional Marketing

Digital Marketing is better than Traditional Marketing

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DIGITAL MARKETING Vs TRADITIONAL MARKETING

किसी भी प्रकार के प्रोडक्ट या सर्विस को बेचने के लिए आपको मार्केटिंग की आवश्यकता पड़ती है यह बात तो सभी जानते है, लेकिन क्या आप यह जानते हैं कि आजकल ट्रेडिशनल मार्केटिंग की जगह धीरे-धीरे डिजिटल मार्केटिंग लेती जा रही हैl

जैसे-जैसे लगातार इंटरनेट का इस्तेमाल आम लोगों में बढ़ता जा रहा है वैसे वैसे डिजिटल मार्केटिंग हर क्षेत्र में अपने पैर पसार रही है l यदि आने वाले समय में कोई भी कंपनी या व्यक्ति अपने प्रोडक्ट या सर्विस को देश में किसी भी जगह या देश के बाहर भी पहुंचाना चाहता है तो उसके लिए अब डिजिटल मार्केटिंग का इस्तेमाल करना जरूरी सा होता जा रहा है क्योंकि डिजिटल मार्केटिंग के जरिए कंपनी एक ही समय में,कम खर्च में, एक ही विज्ञापन के द्वारा बहुत बड़ी जनसंख्या तक पहुंच सकती है, जबकि ट्रेडिशनल मार्केटिंग में ऐसा नहीं हो पाता l

जो व्यक्ति डिजिटल मार्केटिंग को अभी पूरी तरह से नहीं भी जान पाया है उसने भी कई इस तरह के अनुभव अपने रोजमर्रा की जिंदगी में किए होंगे जहां पर वे डिजिटल मार्केटिंग का उपयोग देखता है लेकिन उससे पता नहीं होता कि यही डिजिटल मार्केटिंग है, उदाहरण के लिए – जब आप गूगल सर्च विंडो में जाकर किसी की वर्ड को सर्च करते हैं और वह कीवर्ड आपको किसी वेबसाइट पर ले जाता है जिससे आप ढूंढने वाली जानकारी प्राप्त कर लेते हैं यह डिजिटल मार्केटिंग का ही उदाहरण हैl

इसके अलावा आपने कई बार अनुभव किया होगा कि जब आप अमेजॉन फ्लिपकार्ट या स्नैपडील इत्यादि वेबसाइट पर जाकर किसी प्रोडक्ट को ढूंढ रहे होते हैं उदाहरण के लिए कपड़े, जूते, बैग, घड़ी, मोबाइल इत्यादि और आप किसी कारण से उसे नहीं खरीदते या सिर्फ cart में डालकर छोड़ देते हैं l इसके बाद आप किसी सोशल मीडिया जैसे कि इंस्टाग्राम या फेसबुक आदि पर जाते हैं और वहां पर आपको उसी प्रोडक्ट का विज्ञापन अमेजॉन या फ्लिपकार्ट के जरिए देखने को मिलता है यह भी डिजिटल मार्केटिंग का ही उदाहरण हैl

जब कभी आप किसी टॉपिक पर यूट्यूब में वीडियो सर्च कर रहे होते हैं और आपको अपनी जानकारी के अनुसार वीडियो मिल जाता है उसे देख रहे होते हैं तब उसके नीचे आपको उसी टॉपिक पर पाए जाने वाले दूसरे वीडियो का सजेशन भी लगातार आता रहता है यह भी एक डिजिटल मार्केटिंग का ही उदाहरण हैl

यूट्यूब के वीडियो देखते समय बीच में या शुरुआत में आपने कई बार बहुत सारे विज्ञापन देखे होंगे जोकि वीडियो के फॉर्मेट में ही होते हैं उन्हें आप skip भी कर सकते हैं यह वीडियो भी डिजिटल मार्केटिंग का ही परिणाम है इसके द्वारा विज्ञापन करने का प्रयास किया जाता हैl

कुछ विशेष वेबसाइट खास करके की मार्केटिंग की वेबसाइट पर या वह वेबसाइट जहां से आप कोई प्रोडक्ट खरीद सकते हैं उन पर आपको अक्सर Catboat का ऑप्शन नजर आता है जिसके द्वारा आप कंपनी के किसी एग्जीक्यूटिव से चैट कर सकते हैं और अपनी परेशानी का हल पा सकते हैं या अपनी कोई क्वेरी भी सॉल्व कर सकते हैं यह भी एक डिजिटल मार्केटिंग का ही उदाहरण है l

यदि आपने कोई वेबसाइट बनाई है और किसी अन्य व्यक्ति के द्वारा कोई कीवर्ड गूगल में सर्च करने पर आपकी वेबसाइट rank करती है तो यह डिजिटल मार्केटिंग के वजह से ही संभव हो पाता है इसके अलावा यदि आप कोई यूट्यूब वीडियो बनाते हैं और उस पर पब्लिश करते है इसके बाद देश के किसी भी कोने में बैठा हुआ कोई व्यक्ति किसी कीवर्ड का इस्तेमाल करके वीडियो सर्च करता है और वह कीवर्ड आपके यूट्यूब वीडियो से संबंधित है तो आप का वीडियो उस व्यक्ति को दिखने लगता है यह भी केवल डिजिटल मार्केटिंग से ही संभव हो पाता है l

इतना जानने के बाद शायद आप यह समझ गए होंगे कि डिजिटल मार्केटिंग हमारे जीवन का एक हिस्सा बन चुका है खासकर उन लोगों के लिए जो यूट्यूब, फेसबुक, इंस्टाग्राम इत्यादि का काफी इस्तेमाल करते हैं या इंटरनेट का इस्तेमाल करते हुए अपना किसी भी तरह का काम या मनोरंजन करते हैं l

Traditional marketing क्या है-

 कई वर्षों से मार्केटिंग की जिस तरीके का इस्तेमाल कंपनी करती आई है उसे ट्रेडीशनल मार्केटिंग कहते हैंl इसमें मुख्य रूप से कंपनी या व्यक्ति कई तरह के विज्ञापन करने वाली चीजों का इस्तेमाल करते हैं – जैसे होर्डिंग,पैंप्लेट, अखबार के विज्ञापन, टीवी एवं रेडियो इत्यादि में दिए जाने वाले विज्ञापन ट्रेडीशनल मार्केटिंग में शामिल है l ट्रेडिशनल मार्केटिंग का इस्तेमाल आज भी काफी हो रहा है लेकिन यह अब इतना अधिक प्रभावी नहीं हो पा रहा जितना कि डिजिटल मार्केटिंग होता जा रहा हैl

Digital marketing क्या है-

जब किसी भी प्रोडक्ट या सर्विस के विज्ञापन या प्रचार प्रसार के लिए इंटरनेट या सोशल मीडिया इत्यादि का इस्तेमाल किया जाता है तब इस तरह की मार्केटिंग को डिजिटल मार्केटिंग कहते हैं l तरह-तरह के एंड्रॉयड मोबाइल इंटरनेट की सुविधा लैपटॉप और अनलिमिटेड डाटा मिलने की वजह से इंटरनेट जन जन तक पहुंच गया है l इसलिए इंटरनेट के द्वारा की जाने वाली मार्केटिंग भी सभी तक पहुंच जाती हैl

यदि आप डिजिटल मार्केटिंग के महत्व को पूरी तरह से समझना चाहते हैं तो इसके लिए आपको ट्रेडीशनल मार्केटिंग और डिजिटल मार्केटिंग के अंतर को अच्छी तरह समझना होगा l तो आइए देखते हैं ट्रेडीशनल और डिजिटल मार्केटिंग के बीच वह कौन से अंतर हैं जो डिजिटल मार्केटिंग को ट्रेडीशनल मार्केटिंग से ऊपर रखते हैं और उसे ज्यादा उपयोगी बनाते हैंl मुख्य अंतर इस प्रकार हैं- 

1.Cost effectiveness 

ट्रेडिशनल मार्केटिंग और डिजिटल मार्केटिंग के बीच एक बहुत महत्वपूर्ण अंतर है कॉस्ट इफेक्टिव – इसका अर्थ है जब आप ट्रेडीशनल मार्केटिंग का इस्तेमाल करते हैं तो सबसे पहले मार्केटिंग को एक बड़े एरिया में करवाने के लिए आपको एक बड़ी टीम की आवश्यकता होती हैl जिसमें काफी मैन पावर रखने की जरूरत पड़ती है और यदि आप अपने एरिया का विस्तार करते जाएंगे तो जैसे-जैसे एरिया बढ़ेगा अपने प्रोडक्ट और सर्विसेस को बड़े एरिया में पहुंचाने के लिए और भी ज्यादा मेन पावर बढ़ाने पड़ जाएगी l इसके अलावा जब विज्ञापन करने की बात आती है तो होर्डिंग बनवाने में काफी पैसा लगता है l यदि आप अखबार के पहले पेज पर विज्ञापन देने की कोशिश करें, जिसे प्राय: सभी लोग देखते हैं तो यह काफी महंगा पड़ जाता है, और फिर भी वह विज्ञापन किसी एक जिले या राज्य में ही प्रकाशित हो पाता है l जिससे बहुत बड़ी संख्या में लोग नहीं देख पाते l जब रेडियो या टीवी इत्यादि में विज्ञापन करना पड़े तब वहां पर जब तक आप कोई अच्छा एंकर या मॉडल नहीं लेते, कंपनी का विज्ञापन इतना प्रभावी सिद्ध नहीं हो पाता , इसके लिए काफी पैसा खर्च करना पड़ जाता है l तो इस प्रकार मैन पावर के लिए, होल्डिंग के लिए, या विज्ञापन इत्यादि में मॉडल लेने के लिए कुल मिलाकर काफी पैसा ट्रेडीशनल मार्केटिंग में खर्च करना पड़ जाता है और तब भी यह विश्वास हम नहीं कर सकते कि यह विज्ञापन पूरे देश में या काफी बड़े एरिया में हर व्यक्ति के पास पहुंच चुका होगा l

लेकिन वही जब हम डिजिटल मार्केटिंग का इस्तेमाल ठीक से करना जान जाते हैं तो उसका उपयोग कर हम बहुत ही कम पैसों में ही अपने प्रोडक्ट या सर्विस का विज्ञापन कर सकते हैं और इसकी कई प्रकार की शाखाएं हैं इस पर काम करके हम स्वयं भी पैसा कमा सकते हैंl जिसकी वजह से यह कुल मिलाकर cost-effective हो जाता है l ट्रेडिशनल मार्केटिंग की तुलना में यदि हम फेसबुक या इंस्टाग्राम प्लेटफार्म की बात करें तो यहां पर एक विज्ञापन को एक ही समय में लाखों या करोड़ों लोग भी देख सकते हैं और उनमें से कुछ व्यक्ति कुछ प्रोडक्ट या सर्विस को खरीद भी सकते हैंl यूट्यूब भी एक ऐसा माध्यम है जहां से आप अपनी स्वयं की पहचान बनाने के साथ-साथ अपनी कंपनी, प्रोडक्ट या सर्विस की भी एक अच्छी पहचान बना सकते हैं l और जब बहुत बड़ी संख्या में यूट्यूब पर आपके सब्सक्राइबर होते हैं तो वह आपके द्वारा बताई गई हर बात पर विश्वास करते हैं और आपकी सर्विसेस को जल्दी अपनाने के लिए तैयार हो जाते हैंl

इसके अलावा डिजिटल मार्केटिंग में ऑर्गेनिक माध्यम भी होते हैं जिनके द्वारा आप बिना पैसा खर्च किए भी काफी हद तक अपना प्रोडक्ट या सर्विस का विज्ञापन लोगों तक पहुंचा सकते हैं और अगर इससे अधिक आपको प्रचार करना है तो इन-ऑर्गेनिक तरीके को अपना सकते हैं उसमें भी जो खर्चा आता है वह ट्रेडीशनल मार्केटिंग के खर्चे की तुलना में काफी कम होता हैl

2.Fast brand building

आज के समय में जब बहुत लोग सारे नए स्टार्टअप चालू कर रहे हैं और पुरानी कंपनियां भी अपने पैर जमाए हुए हैं, इस परिस्थिति में हमें अपने बिजनेस को खड़ा करने के लिए और लंबे समय तक उससे रेवेन्यू जनरेट करने के लिए एक अच्छी ब्रांड बिल्डिंग की आवश्यकता होती है l यह मार्केटिंग का बहुत ही महत्वपूर्ण पहलू है l जहां एक और ट्रेडिशनल मार्केटिंग से प् ब्रांड बनाने में काफी लंबा समय लग जाता है यहां तक कि कई महीनों से लेकर कई साल तक गुजर जाते हैं, वही डिजिटल मार्केटिंग का सही इस्तेमाल करके कोई भी कंपनी या व्यक्ति अपने ब्रांड बिल्डिंग का काम बहुत ही तेज गति से कर सकता है l ट्रेडिशनल मार्केटिंग में ब्रांड बनाने के लिए जब हम अधिक खर्चा करके विज्ञापन देते हैं और सेल्स या मार्केटिंग की एक बड़ी टीम बनाते हैं तब कहीं जाकर काफी लोगों तक हमारा ब्रांड पहुंच पाता है और ब्रांड पर विश्वास सभी लोगों का बन पाता है l जब वह प्रोडक्ट या सर्विस को इस्तेमाल करते हैं और उससे संतुष्ट होते हैं वही डिजिटल मार्केटिंग के जरिए काफी कस्टमर बहुत जल्दी मिल जाते हैं क्योंकि आपका विज्ञापन एक ही समय में लाखों करोड़ों लोगों के पास पहुंच जाता है l जब कस्टमर अधिक मिलते हैं और वह आपके प्रोडक्ट या सर्विस का जल्दी इस्तेमाल करते हैं और उससे संतुष्ट होते हैं डिजिटल मार्केटिंग के द्वारा संतुष्ट कस्टमर अपना मैसेज या रिव्यू इत्यादि को देकर आपका ब्रांड बनाने में मदद करते हैंl यह चीज बहुत ही प्रभावकारी होती है जो कम समय में आपके ब्रांड को जमीन से आसमान तक पहुंचा देती है l

3.Market Analysis

जब आप डिजिटल मार्केटिंग को सीख लेंगे और अच्छी तरह से उसका इस्तेमाल अपने बिजनेस या सर्विस के लिए करने लगेंगे तब आप यह पाएंगे कि मार्केट की एनालिसिस करना डिजिटल मार्केटिंग में बहुत ही आसान हो जाता है जबकि यही काम ट्रेडीशनल मार्केटिंग में करने में बहुत समय और पैसा खर्च होता हैl ट्रेडिशनल मार्केटिंग में अपने प्रोडक्ट, सर्विस या कंपनी की मार्केट वैल्यू या पोजीशन को समझने के लिए जहां एक और क्वेश्चनहेयर है या सर्वे इत्यादि का इस्तेमाल किया जाता है इसमें एक-एक व्यक्ति तक पहुंचकर सर्वे फॉर्म भरवाना होता है और फिर उनकी एनालिसिस करनी होती है  जोकि बहुत लंबी प्रोसेस होती है l वही डिजिटल मार्केटिंग में गूगल एनालिटिक्स या बहुत सारी ऐसी एनालिटिक्स की वेबसाइट उपलब्ध हैं जहां पर जाकर आप आसानी से अपने प्रोडक्ट या सर्विसेज को लेकर ग्राहक कितना संतुष्ट है, यह अनुमान लगा सकते हैं और मार्केट में अपनी कंपनी की पोजीशन या उसके प्रोडक्ट और सर्विस से होने वाले संतुष्ट ग्राहकों की संख्या को समझ सकते हैंl इसको इस्तेमाल कर आप अपने मार्केटिंग के तरीके या प्रोडक्ट और सर्विस में सुधार भी कर सकते हैं और इसे पहले से बेहतर बना सकते हैं l मार्केट में कहां पर किस एरिया में किस तरह की चीज की डिमांड है या कहां पर लोग क्या ढूंढ रहे हैं, यह भी आप गूगल एनालिटिक्स के माध्यम से समझ पाते हैंl

4.Real time results

ट्रेडिशनल मार्केटिंग के इस्तेमाल में आपको रियल टाइम रिजल्ट पाना बहुत ही कठिन काम है क्योंकि उसके लिए आपको हर दिन का पूरा डाटा या ब्यौरा बनाना होगा और तब आप यह समझ पाएंगे कि पिछले एक हफ्ते में या पिछले महीने या पिछले 1 साल में आपकी प्रोडक्ट या सर्विस की सेल घटी है या बड़ी है lऔर अगर इसमें जो भी अंतर आया है वह किन महीनों में आया है या उसका क्या कारण हो सकता है यह सब  डाटा तैयार करने के लिए लोग और समय दोनों की ही आवश्यकता होती हैl जबकि डिजिटल मार्केटिंग में यह काम चुटकियों में हो जाता है क्योंकि इसमें हम रियल टाइम रिजल्ट देख सकते हैं किसी भी समय पर आपके वेबसाइट पर कितने लोग आ रहे हैं, उसमें से कितने लोग आपका सर्विस या प्रोडक्ट खरीद रहे हैं और उसे इस्तेमाल कर रहे हैं यह पता लगाया जा सकता है l इसके अलावा यूट्यूब इंस्टाग्राम या फेसबुक जैसे प्लेटफार्म पर आपके कितने फॉलोवर्स हैं यह भी आप जान सकते हैं क्योंकि अंततः यही फॉलोअर्स बाद में आपके कस्टमर या ग्राहक के रूप में तब्दील हो जाते हैं जो आपके प्रोडक्ट को खरीद कर और आपकी बिजनेस को बढ़ाकर उसे एक ब्रांड के रूप में खड़ा कर सकते हैं l यह काम डिजिटल मार्केटिंग में बहुत आसान हो जाता है क्योंकि ट्रेकिंग के लिए इसमें बहुत से साधन उपलब्ध हैंl यदि आप SEO aur SMO का सही इस्तेमाल करना सीख जाते हैं तो यह काम करना आपके लिए बहुत ही आसान हो जाएगा l

3.Need of office –

ट्रेडीशनल मार्केटिंग के लिए हमें अगर ज्यादा बड़े नहीं तब भी कम से कम एक छोटे ऑफिस की आवश्यकता जरूर होती हैl अगर आप बड़े बिजनेसमैन हैं तो वह ऑफिस आपका स्वयं का हो सकता है अन्यथा आप को किराए पर कोई बिल्डिंग भी लेनी पड़ सकती है और इसे लेकर भी यह हम विश्वास के साथ नहीं कह सकते कि हमारा ऑफिस डाल लेने पर हम सक्सेसफुल हो ही जाएंगे,जबकि डिजिटल मार्केटिंग में आपको किसी भी तरह के ऑफलाइन प्रजेंट की कोई जरूरत नहीं है कोई भी रूम ऑफिस या बिल्डिंग की आवश्यकता भी नहीं होती l आप अपने घर को या घर के एक छोटे से कमरे को ही अपना ऑफिस बना सकते हैं और यहीं से आपका लगभग सारा काम हो जाता है, जिससे कि पैसे की बचत भी होती है और आप अपने मार्केटिंग के संसाधनों को ज्यादा लोगों तक भी पहुंचा सकते हैंl

5.Service availability 24×7-

जहां एक और ट्रेडिशनल मार्केटिंग में आपका काम सिर्फ तब तक ही चालू रहता है जब तक आपने अपना कंपनी का ऑफिस खुला रखा है, लेकिन डिजिटल मार्केटिंग में यदि आप किसी प्रोडक्ट या सर्विस का विज्ञापन कर रहे हैं तो वह विज्ञापन आप जब सो रहे होंगे उस समय भी काम कर रहा हैl वह 24 घंटे  चलता रहता है l आपके द्वारा बनाई गई वेबसाइट या कोई यूट्यूब वीडियो हर समय लोगों के समक्ष अवेलेबल रहता है चाहे आप काम कर रहे हो या रेस्ट कर रहे होl SEO & SMO के माध्यम से आपके विज्ञापन, वीडियो या व्यवसाय आदि लोगों के समक्ष आते रहते हैं उसके लिए आपको बार-बार प्रयास नहीं करना पड़ता l

तो आज हमने जाना कि डिजिटल मार्केटिंग ट्रेडिशनल मार्केटिंग की तुलना में कितनी अलग है और कितनी ज्यादा लाभकारी और प्रभावशाली हो चुकी हैl यदि आप भी डिजिटल मार्केटिंग सीखना चाहते हैं और अपने बिजनेस को या किसी भी प्रकार की सर्विस एस को डिजिटल प्लेटफॉर्म पर लाना चाहते हैं और उससे एक अच्छा पैसा भी कमाना चाहते हैं तो आप मेरी वेबसाइट पर आ सकते हैं या वेबीनार अटेंड कर सकते हैं जहां से आप को आगे का रास्ता साफ साफ दिखाई देगाl 

धन्यवाद!! 

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